Tuesday 6 June 2017

कैंसर का इलाज घर पर करें 100% by Rajiv Dixit


आज हमारे देश में कैंसर बहुत तेजी से बढ़ रहा है. हर साल करीब 20 लाख लोग इससे मर रहे हैं तथा हर साल नए-नए cases आ रहे हैं. यह एक ऐसी बीमारी बन चुका है जिसके सामने doctors ने भी हार मान ली है.
एक कटुसत्य जो शायद आप नहीं जानते होंगे, कि कैंसर का मरीज अपनी बीमारी से नहीं बल्कि कैंसर के उपचार के लिए अपनाये गए तरीके यानि treatment (chemotherapy) से मर रहा है. doctors कैंसर cells को मरने का नाम लेकर इन तरीकों को अपनातें हैं, लेकिन ये treatment हमारे शरीर कि रोग पर्तिरोधक शक्ति को कमजोर कर देते हैं, इससे मरीज को जो कष्ट होता है वो अलग. ये treatment इतने नुकसानदायक हैं कि इससे मरीज के बाल उड़ जाते हैं, सूजन आ जाती है और चेहरा काला पड़ जाता है.
राजीव दीक्षित जी कैंसर के बारे में कहते हैं कि अगर कोई मरीज कैंसर के treatment यानि chemotherapy, radiotherapy इत्यादि ले लेता है तो उस मरीज का ठीक होना आयुर्वेद के माध्यम से बिलकुल असंभव हो जाता है. राजीव दीक्षित जी कहते है कि उनके पास जो भी मरीज़ आया थर्ड स्टेज तक उन्होंने उसका पूर्ण इलाज किया परन्तु जो भी मरीज़ थेरेपी लेकर आया उन्हें वे नहीं बचा पाए.

क्या खाएं कि कैंसर हो ही ना

इसके बारे में राजीव दीक्षित जी कहते हैं कि अगर हम छिलके वाली दालें, चावल व रेशेदार भोजन खाते हैं तो कैंसर होने का सवाल ही पैदा नहीं होता. इसके आलावा डालडा (वनस्पति) घी, रिफाइंड तथा डबल रिफाइंड तेल का प्रयोग न करें तथा साथ ही हमें तम्बाकू, सिगरेट, बीड़ी, गुटका, शराब आदि से दूर रहना चहिये, तभी हम कैंसर से मुक्त रह सकते हैं
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कैंसर से बचाव के उपाए

राजीव दीक्षित जी कैंसर के बारे में कहते है कि इस दुनिया में anti-cancerous chemical एक ही है करक्यूमिन, जो हल्दी, पुनर्नवा तथा गाय के मूत्र में मिलता है. राजीव दीक्षित जी कैंसर के बारे में कहते हैं कि कैंसर से बचाव ही उसका उपाय है.

अब बात आती है इन सामग्रियों का सेवन कैसे करें

राजीव दीक्षित जी इसके बारे में बताते हैं कि आप आधा कप देशी गाय का मूत्र लेकर उसे उबाल आने तक उबालें और इसमें आधा चम्मच हल्दी मिलकर सेवन करें, अगर आप इसमें एक चीज पुनर्नवा और मिला लें तो बहुत अच्छा वरना कोई बात नहीं, इसे मिलाने से दवा अधिक कारगर हो जाती है. इसे आप अधिक मात्रा में भी बनाकर बोतल में भी रख सकते हैं, बताई गई सामग्री को उसी मात्रा या अनुपात में बढाकर. इस बोतल को आप फ्रिज में भूलकर भी न रखें तथा धुप में भी न रखें.

इसके साथ-साथ आपको कुछ सावधानियां भी रखनी पड़ेंगीं

राजीव दीक्षित जी इसके बारे में कहते है कि आप जिस गाय का मूत्र लें वो गाय देशी होनी चहिए ना कि जर्सी. अगर गाय काली (देशी) हो तो अतिउत्तम. इसके साथ-साथ ये ध्यान भी रखें कि 

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